ayodhya के मसले में देर सही पर सच्चे न्याय पर हम सभी को हाई कोर्ट के जज्जो को बधाई देनी चाहिए .इस न्याय पर किसी को भी कोई संदेह की गुंजाईश नहीं है . mai तो बहुत खुश हूँ . और मै समझती हूँ कि सभी बुधजीवी और समझदार लोग प्रसन्न हुए होंगे.
मीनाक्षी श्रीवास्तव
meenugj@lko blogger's association.com
गुरुवार, 30 सितंबर 2010
गुरुवार, 13 मई 2010
bin santosh sab bekar.....
सच हम कितना भी पा लें पर यदि संतोष न पाया तो सब बेकार है.मन सदा ही उदासीन एवं बेचैन रहता है.अतः हम जो भी उन्नति / तरक्की या कुछ भी सुख पाएं उसकी खुशी मानें पूरी संतुष्टि के साथ.
मीनाक्षी श्रीवास्तव
मीनाक्षी श्रीवास्तव
मंगलवार, 11 मई 2010
sangeet
शास्त्रीय संगीत की तुलना निर्गुण भक्ति से की जा सकती है ;जैसे निराकार की परम आनंदानुभूति ज्ञानी जन आत्मिक रूप से प्राप्त करता है ;ठीक वैसे ही संगीतज्ञ भी शास्त्रीय संगीत का आनंद भीतर से महसूस करता है .
मीनाक्षी श्रीवास्तव
मीनाक्षी श्रीवास्तव
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